kavita - "जीवन"

जीवन

एक लय में बहना चाहे जीवन

तो नही बह सकता

एक लय में बहना तो

नदी के लिए भी कठिन है

हवाएं जो साय साय चल रही

किसी को मदहोश तो

किसी के रोंगटे भी खड़े कर रही है


.......✍ sanyam jain "Taran"



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