kavita-मैं क्यों लिखता हूं

मैं क्यों लिखता हूं ✍️

युवा हूं युवाओं के लिए लिखता हूं 

अधेड़ो से मेरा कोई सरोकार नहीं 

सामाजिक बुराइयों पर लिखता हूं 

बुरे आदमियों से कोई सरोकार नहीं 

समय की मांग है परिवर्तन, 

परिवर्तन पर लिखता हूं

परम्परावादियो से मेरा कोई सरोकार नहीं

गिरने वाले संभल जाए इसलिए लिखता हूं

मूर्खो से मेरा कोई सरोकार नहीं 

किसी को समझाना मेरा उद्देश्य नही 

भावनाए व्यक्त करने के लिए लिखता हु

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कविता "मैं क्यों लिखता हूं" संयम जैन की एक महत्वपूर्ण कविता है, जिसमें उन्होंने अपने लेखन के उद्देश्यों को स्पष्ट किया है। यह कविता सभी लेखकों और रचनाकारों के लिए प्रेरणादायक है।


कविता का उद्देश्य

युवाओं को जागरूक करना: कवि युवाओं को सामाजिक बुराइयों और परिवर्तन की आवश्यकता के बारे में जागरूक करना चाहता है।

लोगों को प्रोत्साहित करना: कवि लोगों को गिरने पर संभलने और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहता है।

अपनी भावनाओं को व्यक्त करना: कवि अपनी भावनाओं को व्यक्त करना चाहता है।

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